Dr Manmohan Singh: उनकी बहन अमरजीत कौर की यादें और उनके योगदान की श्रद्धांजलि
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री Dr Manmohan Singh का निधन पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके निधन के साथ ही न केवल राजनीतिक दुनिया, बल्कि उनके परिवार और संबंधियों ने भी एक महान व्यक्ति को खो दिया। डॉ. मनमोहन सिंह की बहन, अमरजीत कौर, जो कपूरथला में रहती हैं, इस समय शोक में डूबी हुई हैं। वे अपने भाई की यादों को संजोते हुए उनकी सादगी और समाजसेवा की बातें करती हैं। अमरजीत कौर और उनके परिवार के सदस्य इस दुखद समय में अपने प्रिय भाई डॉ. मनमोहन सिंह को याद कर रहे हैं और उनके योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
अमरजीत कौर की यादें: भाई से मिलने की लमहें
अमरजीत कौर जब भी अपने भाई डॉ. मनमोहन सिंह के बारे में बात करती हैं, उनकी आँखों में आंसू आ जाते हैं। वे कहती हैं कि जब भी डॉ. मनमोहन सिंह अमृतसर आते थे, वे हमेशा हमें सर्किट हाउस में बुलाते थे। उनके पास एक बहुत बड़ी परिवार था, और सुरक्षा कारणों से वे सभी के घर नहीं जा पाते थे। इसलिए, वे हमेशा हमें सर्किट हाउस बुलाकर हमसे मिलते थे। यह उनके परिवार के साथ बिताए गए विशेष क्षणों की यादें हैं, जिन्हें अमरजीत कौर हमेशा अपने दिल में संजोकर रखेंगी।
अमरजीत कौर के बेटे और डॉ. मनमोहन सिंह के भतीजे, कान्वर्जीत सिंह ने भी इस बात को साझा किया कि सुरक्षा कारणों से डॉ. मनमोहन सिंह हमेशा सर्किट हाउस में ही परिवार से मिलते थे। वे कहते हैं, “यह हमारे लिए एक गर्व का विषय था कि हमारे परिवार के सदस्य प्रधानमंत्री थे, और हम उनके साथ उन पलों का आनंद लेते थे।”
परिवार में दस भाई-बहनें: अमरजीत कौर का स्थान
अमरजीत कौर ने बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार में कुल दस भाई-बहन थे, और वे उनमें से पांचवें नंबर पर थीं। उनके परिवार की यह विशेषता थी कि वे हमेशा एक-दूसरे के साथ बहुत करीबी थे और परिवार में हर किसी के लिए प्यार और सम्मान था। हालांकि, डॉ. मनमोहन सिंह की प्रतिष्ठा और उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके पास बहुत कम समय था, लेकिन वे हमेशा अपने परिवार के लिए समय निकालते थे।
अमरजीत कौर के लिए यह समय और भी भावुक हो गया है, क्योंकि उन्होंने अपने भाई से आखिरी बार लगभग तीन से चार साल पहले मुलाकात की थी। उसके बाद वे दोनों कभी नहीं मिले। हालांकि, जब डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब भी अमरजीत कौर को केंद्रीय सरकार से सुरक्षा प्राप्त थी। उन्होंने बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री रहते हुए अपने परिवार के सदस्यों के लिए हमेशा अपनी सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करते थे, ताकि वे सुरक्षित रहें।
डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान की यादें और उनकी सादगी
अमरजीत कौर और उनके परिवार के सदस्य अपने प्रिय भाई के योगदान को हमेशा याद करेंगे। डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सादगी और जनहित की भावना से भरा हुआ था। उनकी सादगी ही उनके व्यक्तित्व का सबसे महत्वपूर्ण पहलू था, और यही वजह है कि वे हर किसी के दिल में बस गए। अमरजीत कौर का कहना है कि डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सिर्फ राजनीति के क्षेत्र में नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा था। उनके द्वारा किए गए जन कल्याण कार्यों की वजह से वे आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं।
उनकी बहन कहती हैं, “डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान सिर्फ राजनीति में ही नहीं, बल्कि समाज में भी बहुत बड़ा था। उन्होंने हमेशा लोगों की भलाई के लिए काम किया। उनका जीवन एक उदाहरण है कि किस तरह एक नेता को अपनी जनता की सेवा करनी चाहिए।”
अमरजीत कौर का दुख और अंतिम संस्कार में अनुपस्थिति
अमरजीत कौर और उनके बेटे कान्वर्जीत सिंह ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह हमेशा लोगों के दिलों में अपनी सादगी और जनहितकारी कार्यों के कारण जीवित रहेंगे। लेकिन इस दुख के समय में अमरजीत कौर का स्वास्थ्य ठीक नहीं था, जिसके कारण वे अपने भाई के अंतिम संस्कार में भाग नहीं ले सकीं। यह उनके लिए एक बहुत ही दुखद अनुभव था, क्योंकि वे अपने भाई के अंतिम विदाई में शामिल होना चाहती थीं, लेकिन उनकी स्वास्थ्य स्थिति उन्हें इसकी अनुमति नहीं देती थी।
अमरजीत कौर ने कहा, “मेरे लिए यह बहुत कठिन समय है। मैं अपने भाई से बहुत प्यार करती थी और उनकी हर बात को दिल से मानती थी। लेकिन अब मैं अपनी शारीरिक स्थिति के कारण उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पा रही हूं। मेरे बच्चे दिल्ली जा रहे हैं, ताकि वे शनिवार को होने वाले अंतिम संस्कार में हिस्सा ले सकें।”
डॉ. मनमोहन सिंह का राजनीतिक योगदान और उनके परिवार की भूमिका
डॉ. मनमोहन सिंह का प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल भारतीय राजनीति का अहम हिस्सा रहा। उनके द्वारा किए गए आर्थिक सुधार, नीतियां और फैसले भारतीय समाज के लिए ऐतिहासिक थे। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की और देश को वैश्विक मंच पर एक नया पहचान दिलवाया।
उनकी बहन अमरजीत कौर के लिए, डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान सिर्फ प्रधानमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक भाई, एक परिवार सदस्य और एक साधारण व्यक्ति के रूप में भी बहुत मायने रखता है। उनके परिवार के लोग आज भी उनके द्वारा छोड़ी गई उन यादों और उनके कार्यों को याद करते हैं, जिनसे उन्हें प्रेरणा मिलती है।
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन एक प्रेरणा है, जो हमें यह सिखाता है कि एक सच्चा नेता वह होता है जो अपने कामों से समाज का भला करता है और अपनी सादगी से लोगों का दिल जीतता है। उनके परिवार के सदस्य आज उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। अमरजीत कौर का दुख, उनके परिवार के दुख की ओर इशारा करता है, लेकिन डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान और उनके मूल्य हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे।